UIDAI Made Big Change: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब, आधार कार्ड बनवाने के लिए तीन स्तर के वैरिफिकेशन से गुजरना अनिवार्य होगा। यह नया बदलाव आधार कार्ड की सुरक्षा और सत्यता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है।
नई प्रक्रिया में, आधार कार्ड बनवाने में लगभग 6 महीने का समय लगेगा। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि आधार कार्ड धारकों की पहचान पूरी तरह से सत्यापित और सुरक्षित हो। आइए, जानते हैं इस नई प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।
UIDAI ने नए आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया में बदलाव किया
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब से, 18 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों को आधार के लिए एनरोलमेंट कराने के बाद उनके कार्ड को प्राप्त करने में अधिकतम 6 महीने का समय लग सकता है। नई प्रक्रिया में, एनरोलमेंट के बाद व्यक्ति का डाटा यूआईडीएआई के बेंगलुरु स्थित डाटा सेंटर भेजा जाएगा, जहां से स्थानीय स्तर पर तीन स्तरों का वेरिफिकेशन किया जाएगा। पहले, राज्य स्तर पर फिर जिले स्तर पर वेरिफिकेशन होगा, और इन सभी स्तरों के बाद ही व्यक्ति को आधार कार्ड मिलेगा।
यह बदलाव क्यों किए गए हैं?
अब आपके मन में यह सवाल होगा की आखिर कर यह बदलाव क्यों किये गए है तो इसके लिए आपको कुछ निचे पॉइंट दिए गए है जिसके माध्यम से आप बदलाव के कारण को समझ सकते है –
- धोखाधड़ी रोकने के लिए: UIDAI का मानना है कि यह नया सत्यापन प्रणाली आधार कार्ड में धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगा।
- आधार कार्ड को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए: यह बहु-स्तरीय सत्यापन प्रणाली आधार कार्ड को अधिक सुरक्षित बना देगा।
10 साल पुराने आधार कार्ड के लिए जरूरी है अपडेट
रिपोर्ट के अनुसार, अगर आपका आधार कार्ड बनवाये 10 साल या उससे अधिक हो गया है तो अधिकारियो की सलाह है कि आप अपना पता और पहचान से जुडी जानकारी को अपडेट करे। आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आधार अपडेट कर सकते है। ऑनलाइन फ्री अपडेशन की डेडलाइन 14 सितंबर तक बढ़ाई गई है।