बीएससी नर्सिंग (B.Sc Nursing) करने के बाद, एक नर्स का मुख्य कार्य रोगियों की देखभाल करना, दवाएं देना और डॉक्टरों की सहायता करना होता है। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि क्या बीएससी नर्सिंग करने के बाद अपना क्लीनिक खोल सकते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ कानूनी और तकनीकी बातों को समझना होगा।
क्या बीएससी नर्सिंग के बाद क्लीनिक खोलना संभव है?
अगर आपने केवल बीएससी नर्सिंग डिग्री की है तो आप स्वतंत्र रूप से क्लीनिक खोलने की अनुमति नहीं है, क्युकी यदि आपको भारत में क्लीनिक खोलना है तो आपके पास डॉक्टर होना आवश्यक है जो MBBS, BDS, BAMS आदि किये हो। अगर आपने नर्सिंग की डिग्री ली है तो आप डॉक्टरों के साथ काम कर सकते है।
क्लीनिक खोलने के लिए क्या आवश्यक है?
यदि आप क्लीनिक खोलना चाहते है तो आपके पास निम्न चीज़े होनी चाहिए –
- MBBS या अन्य चिकित्सा डिग्री
- कानूनी लाइसेंस
- स्थानीय मेडिकल बॉडी और नगर निगम से अनुमति लेना जरूरी है।
बीएससी नर्सिंग करने के बाद क्या कर सकते हैं?
जैसा की हमने जाना की अगर किसी ने बीएससी नर्सिंग की है और वो क्लीनिक खोलना चाहता है तो यह क़ानूनी रूप से संभव नहीं है। लेकिन आप कई ऐसे चीज़े है जो कर सकते है, तो आइये जानते है –
1. नर्सिंग होम या केयर सेंटर खोलना –
आप एक नर्सिंग होम, एल्डर केयर सेंटर या होम हेल्थ केयर सर्विस शुरू कर सकते हैं। इसमें आप रोगियों की देखभाल के लिए सेवाएं दे सकते हैं, जैसे बुजुर्गों की देखभाल, पोस्ट-सर्जरी केयर आदि।
अगर आपने बीएससी नर्सिंग की है तो आप एक नर्सिंग होम, एल्डर केयर सेंटर या होम हेल्थ केयर सर्विस चालू कर सकते है। इसमें आप रोगियों और बुजुर्गो की देखभाल और पोस्ट-सर्जरी केयर कर सकते है।
2. फर्स्ट-एड और होम केयर क्लिनिक –
आप एक फर्स्ट-एड क्लिनिक खोल सकते हैं, जहां आप प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं दे सकते हैं। इसके लिए स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है।
3. ट्रेनिंग और कंसल्टेंसी –
आप नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर खोल सकते है जंहा नर्सिंग के छात्रों को पढ़ा सकते है।
बीएससी नर्सिंग के बाद क्लीनिक खोलने का विकल्प
अगर आपने बीएससी नर्सिंग कर रखी और आप क्लिनिक खोलना चाहते है तो आपके पास एक विकल्प है की आप किसी डॉक्टर के साथ साझेदारी करे। आप नर्सिंग का कार्य कर सकते है लेकिन दवाइयां लिखने और मरीजों का इलाज करने के लिए डॉक्टर का होना जरूरी है।