गुजरात में हाल ही में “मिशन मधुमक्खी” नामक एक नई पहल शुरू हुई है, जो मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दे रही है और किसानों के लिए कमाई के नए रास्ते खोल रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत, अमूल डेयरी ने शहद को प्रोसेस करने के लिए एक यूनिट भी स्थापित की है, जिससे किसानों को अपने उत्पादों का उचित मूल्य मिल रहा है।
यह योजना न सिर्फ मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दे रही है बल्कि पशुपालन करने वाले किसानों को भी लाभ पहुंचा रही है। अब गुजरात दूध उत्पादन के साथ-साथ शहद उत्पादन का भी बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। इससे गांवों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है और किसानों की जिंदगी बेहतर हो रही है।
सस्टेनेबल खेती और बेहतर आय
“मिशन मधुमक्खी” ने न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराए हैं बल्कि गांवों में सस्टेनेबल खेती को भी प्रोत्साहित किया है। इससे पर्यावरण को फायदा हो रहा है और ग्रामीण इलाकों में आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।