How to become a doctor: डॉक्टर का काम एक बहुत ही सम्मान जनक और बेहद महत्पूर्ण होता है। डॉक्टर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देते है। अगर आप भी डॉक्टर कैसे बनते है जानना चाहते है तो इस लेख में हम डॉक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाएंगे। यहाँ पर हम डॉक्टर बनने के लिए कौन-कौन से कदम उठाने होते हैं, और इस प्रक्रिया में क्या-क्या महत्वपूर्ण चीजें शामिल होती हैं, इसके बारे में बताएंगे।
How to become a doctor
आइये निचे कुछ स्टेप के माध्यम से कम शब्दों और आसान भाषा में समझते है की किसी को डॉक्टर बनने के लिए क्या करना होगा, सामन्यतः क्या महत्पूर्ण स्टेप होते है, तो आइये जाने है की how to become a doctor?
स्टेप 1. शिक्षा की शुरुआत –
डॉक्टर बनने का पहला कदम है उच्चतर माध्यमिक शिक्षा (12वीं कक्षा) पूरी करना। डॉक्टर बनाने के लिए 12वीं कक्षा में भी विज्ञान (PCB – Physics, Chemistry, Biology) विषयों का चयन करना बेहतर होगा।
स्टेप 2. प्री-मेडिकल परीक्षा –
प्री-मेडिकल परीक्षा भारत में विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में MBBS, BDS, और अन्य स्वास्थ्य सेवा पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्राप्त करने के लिए आयोजित की जाती है। इस परीक्षा को अनेक नामों से जाना जाता है, जैसे NEET (National Eligibility cum Entrance Test), AIPMT (All India Pre Medical Test), या PMT (Pre Medical Test)। NEET परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NEET) द्वारा आयोजित की जाती है।
12वीं कक्षा के बाद, आपको राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय प्री-मेडिकल परीक्षा (NEET या AIIMS) देनी होगी। इस परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले छात्र ही मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पा सकते हैं।
स्टेप 3. मेडिकल कॉलेज में प्रवेश –
NEET या AIIMS के आधार पर आपको किसी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिल सकता है। NEET में सफल होने के बाद, आपको ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना होगा। काउंसलिंग के दौरान, आपको अपनी पसंद के मेडिकल कॉलेजों का चयन करना होगा और उनकी सीटों के लिए आवेदन करना होगा। आपको अपनी योग्यता, NEET रैंक और सीटों की उपलब्धता के आधार पर कॉलेज आवंटित किया जाएगा।
स्टेप 4. बेसिक मेडिकल एजुकेशन –
सभी दस्तावेजों के सत्यापन के बाद, आप मेडिकल कॉलेज में अपनी पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) पाठ्यक्रम 5.5 वर्ष का होता है, जिसके बाद आपको एक वर्ष की अनिवार्य इंटर्नशिप करनी होगी।
स्टेप 5. इंटर्नशिप और रेजिडेंसी –
ग्रेजुएशन के बाद, आपको एक वर्ष का क्लिनिकल इंटर्नशिप करना होगा और फिर तीन से सात वर्ष की रेजिडेंसी प्रोग्राम में भाग लेना होगा।
इंटर्नशिप –
इंटर्नशिप एक साल का अनिवार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो MBBS या BDS पूरा करने के बाद डॉक्टरों को दिया जाता है। इसका उद्देश्य उन्हें विभिन्न विभागों में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना और उन्हें एक डॉक्टर के रूप में काम करने के लिए तैयार करना है।
इंटर्नशिप के दौरान, डॉक्टरों को विभिन्न विभागों में काम करने का अवसर मिलता है, जैसे कि मेडिसिन, सर्जरी, बाल रोग, स्त्री रोग, प्रसूति, और आपातकालीन चिकित्सा।
रेजिडेंसी –
रेजिडेंसी एक विशेष चिकित्सा क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए डॉक्टरों द्वारा पूरा किया जाने वाला एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षण कार्यक्रम है। यह इंटर्नशिप के बाद शुरू होता है और इसकी अवधि 2 से 7 साल तक हो सकती है।
विशेषता | इंटर्नशिप | रेजिडेंसी |
---|---|---|
उद्देश्य | डॉक्टरों को डॉक्टरी काम के लिए तैयार करना | विशेषज्ञ चिकित्सा क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त कराना |
अवधि | 1 साल | 2-7 साल |
शिक्षा स्तर | स्नातक (MBBS/BDS) | स्नातकोत्तर (MD/MS) |
प्रशिक्षण | विभिन्न विभागों में अनुभव | विशेष क्षेत्र में गहन प्रशिक्षण |
वेतन | कम वेतन | अधिक वेतन |
स्टेप 6. प्रमोशन –
रेजिडेंसी के पश्चात्, आप Doctor बन जाते हैं और सरकारी या निजी अस्पताल में काम कर सकते हैं। आपकी स्पेशलिज़ेशन के हिसाब से आपकी नौकरी मिलती है।
डॉक्टर बनने में कितना समय लगता है ?
Doctor बनने में लगने वाला कुल समय लगभग 10 से 12 साल होता है। इसमें पढाई से लेकर नौकरी करने तक का सफर शामिल है।
डॉक्टर बनने के लिए 10वीं के बाद क्या करें?
यदि आप 10वीं कक्षा के बाद डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं, तो आपको 12वीं कक्षा में विज्ञान (Physics, Chemistry, Biology) विषयों का चयन करना और नीट की परीक्षा पास करनी होगी।
डॉक्टर बनने के लिए कितना पैसा लगता है ?
आम तौर पर, एक सरकारी मेडिकल कॉलेज से MBBS पूरा करने में लगभग ₹10 लाख से ₹20 लाख तक का खर्च आ सकता है। निजी कॉलेजों में MBBS की फीस ₹50 लाख या उससे भी अधिक भी लग सकता है।